चंडीगड़ में दिखी काली बकरी दुल्हन के रूप में-Chandigarh Haunted

शाम का वक्त था में और मेरे तीन ओर दोस्त सभी ने सोचा कि चलो फ़िल्म देख आते है लेकिन फैसले लेते हुए की हमने कौन सी फ़िल्म देखनी है हमे रात के 10:30 बज गए आखिर में एक भूतिया फ़िल्म देखने का विचार बना।सभी दोस्त गाड़ी में बैठ कर सिनेमा घर पहुँच गए लेकिन रास्ते मे रास्ते मे पंजाब यूनिवर्सिटी का गर्ल्स हॉस्टल नम्बर 5 की घटना हमने डिस्कस करनी शुरू कर दी।मेरे एक महिला दोस्त और एक दोस्त को उसके बारे में नही मालूम था जिस वजह से उन्होंने इसे जानने में रुचि दिखाई और साथ ही उनके चेहरे पर डर भी दिखाई देने लगा लेकिन उनके चेहरे का रंग देख मैं सतर्क हो गया और बात को बदलते हुए उस कहानी को वही रोक दिया क्योंकि हम भूतिया फ़िल्म भी देखेने जा रहे थे और रात का भी समय था तो ऐसे में कही ज्यादा न डर लगे इसी वजह से ध्यान कहि ओर हटाने की कोशिश की।देखते ही देखते हम सिनेमा घर भी पहुँच गए और अपनी अपनी सीट पर बैठ गए।फ़िल्म की शुरुआत होती है और साथ ही डर का स्तर भी बढ़ने लगता है हिमत जुटा कर बड़ी मुश्किल से बैठे मेरे सभी साथी के मन मे धीरे धोरे डर बैठने लगा ।अंत मे फ़िल्म की समाप्ति पर सभी को डर लग रहा था बाथरूम जाने के लिए भी एक साथी को साथ लेकर जाना पड़ रहा था। अंत मे मेरे दो साथी अपने होस्टल चले गए बाकी फिर मैं और मेरा दोस्त सूरज साथ थे और उस समय करीब रात के 2 बजने वाले थे।हमें भूख लगी थी जिस वजह से हम सेक्टर 17 मैग्गी खाने चले गए लगातार भूत की कहानी चलती रही।जब हम रात को घर की ओर वापिस जाने लगे तो रास्ते मे एक बहुत ही विचित्र ओर डराने वाली हरकत हुई।रात का समय था रास्ता सुनसान था हमारी दाई ओर रास्ते मे एक काली बकरी दिखाई दी शहर के बीचों बीच रास्ते मे पतली सी बकरी एकदम काली और सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात रही कि उसके गले मे एक लाल चुनी बंधी हुई थी।मैं बाइक पर था और मेरे पीछे मेरा दोस्त सूरज  बैठा था ।सूरज को एकदम से डर लगा लेकिन वह ज्यादा न डरे इस लिए मैंने उसे किसी की पालतू बकरी गुम हई है यह बता दिया।जिस से वह संतुष्ट हो गया लेकिन मेरे मन मे सवाल लगातार बनी हुई यही क्योंकि जहा पर मैंने उस बकरी को देखा ऐसे इलाके में कोई भी बकरी नही पालता है ऐसे में वह बकरी कहा सी आयी वह भी एकदम काली और साथ मे गले मे लाल चुनी बंधी हुई ।ऐसे लग रही थी मानो नई नवेली दुल्हन हो।फिलहाल तो हम वहाँ से निकल गए लेकिन सवाल अभी भी बना हुआ है कि आखिर वह बकरी एकदम से कहा से आई।क्योंकि पुराने किस्सों की बात कर तो उसमे काली बकरी को चुरेल का रूप माना जाता है।काली रूह काली बकरी,काला कुत्ता, या काली भैंस के रूप में दिखाई देती है।

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